| 1. | ऋण पितरी हमेशा जन्म कुण्डली से देखा जायेगा।
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| 2. | यह आपकी जन्म कुण्डली पर आधारित होती है.
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| 3. | यदि, जन्म कुण्डली में शेषनाग कालसर्प दोष (
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| 4. | ज्योतिष शास्त्र में जिस प्रकार जन्म कुण्डली (
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| 5. | गुरु जन्म कुण्डली में नीच राशि में (
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| 6. | तब शब्द जन्म कुण्डली पर ध्यान दे ।
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| 7. | जन्म कुण्डली के मुताबिक जो ग्रह खाना नं.
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| 8. | नवाशं कुण्डली जन्म कुण्डली की पूरक कुण्डली है.
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| 9. | प्रयुक्त कुण्डली बस्तुतः पारम्परिक जन्म कुण्डली ही है।
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| 10. | परन्तु जब शनि जन्म कुण्डली में वक्री (
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